पर्यटन उद्योग में कार्यशील महिलाओं की व्यावसायिक गतिशीलता (खजुराहो पर्यटन स्थल के विशेष संदर्भ में)
तरूण प्रताप सिंह, शेषमणि मिश्रा, प्रमोद कुमार सिंह
व्यावसायिक गतिशीलता एक प्रक्रिया है। प्रत्येक समाज में लोग एक पेशे से दूसरे पेशे को अपनाते रहे हैं, क्योंकि कोई भी समाज पूर्ण रूप से अमुक्त नहीं है। अर्थात गतिशीलता की प्रक्रिया किसी न किसी रूप में सदैव चलती रहती है। स्थिर समाजों में जहाँ पेशा वंशानुगत होता था अब वहाँ भी व्यावसायिक गतिशीलता देखने को मिलती है। व्यावसायिक गतिशीलता को प्रभावित करने वाले अनेक कारक हैं किन्तु गतिशीलता की मात्रा मुख्य रूप से सामाजिक कारकों से प्रभावित होती है। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में महिलाएँ इच्छित परिवर्तन की ओर अग्रसर हैं ताकि वे समय के साथ व्यवसाय में संलग्न रह सके। पारिवारिक सामंजस्य और व्यावसायिक कारकों के बीच तालमेल विभिन्न प्रकार के व्यवसायों के स्वरूपों के अनुसार प्रभावित होता है। पर्यटन के क्षेत्र में विविध प्रकार के रोजगारों से जुड़ी महिलाओं के कार्य करने में व्यतीत समय, व्यावसायिक संतुष्टि और पारिवारिक जिम्मेदारियों के बीच टकराव की स्थिति बन जाती है तथा कार्यशील महिलओं को तनवा से गुजरना पड़ता है। जबकि उच्च आय प्रदान करने वाले रोजगार/व्यवसाय से पारिवारिक सहयोग और परस्पर तालमेल को बढ़ावा मिलता है। अतः व्यावसायिक गतिशीलता सामाजिक विकास और नियोजन का एक महत्वपूर्ण अंग है, इससे महिलाओं में सामाजिक-आर्थिक गतिशीलता को प्रोत्साहन मिलता है। प्रस्तुत अध्ययन में खजुराहो नगर में पर्यटन उद्योग से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों यथा- खरीददारी (हस्तकला, हथकरघा, दस्तकारी, एम्पोरियम, दुकाने, शोरूम), परिवहन, ट्रेवल ऐजेसी व टूर आपरेशन, होटल एवं रेस्ट्ररेन्ट व्यावसाय आदि में कार्यरत महिलाओं में व्यावसायिक गतिशीलता तथा सामाजिक समायोजन में साहचर्य एवं दृष्टिाकोणों को उनकी सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि के संदर्भ में प्राप्त आंकड़ों व तथ्यों के आधार पर विश्लेषित किया गया है।
तरूण प्रताप सिंह, शेषमणि मिश्रा, प्रमोद कुमार सिंह. पर्यटन उद्योग में कार्यशील महिलाओं की व्यावसायिक गतिशीलता (खजुराहो पर्यटन स्थल के विशेष संदर्भ में). International Journal of Advanced Research and Development, Volume 4, Issue 2, 2019, Pages 72-77