भारत के आर्थिक विकास में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों की भुमिका: मध्यप्रदेश राज्य के विशेष संदर्भ में
डाॅ0 अंजली पाण्डेय, तारा त्रिवेदी
भारतीय अर्थव्यवस्था एक अल्प - विकसित अर्थव्यवस्था हैं। इसे विकसित बनाने में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों की महत्वपूर्ण भूमिका होती हैं। लघु उद्योगों द्वारा देश के आर्थिक विकास के साथ औद्योगिक विकास भी संभव हैं। इन उद्योगों द्वारा देश में विनिर्माण क्षेत्र में वृद्धि हुई हैं। तथा सकल घरेलु उत्पाद में भी इसका महत्वपूर्ण स्थान हैं। प्राचिन समय से ही भारत में लघु उद्योगों द्वारा अनेक वस्तुओं का उत्पादन किया जाता हैं। इन वस्तुओं का भारत में ही नही, अपितु विदेशों में भी निर्यात किया जाता हैं। उद्योगों को पूंजी पर आधारित अनेक वर्गो में विभाजित किया गया हैं। जैसे:- लघु उद्योग, कुटीर उद्योग, ग्रह उद्योग, वृहद उद्योग आदि। वर्तमान में वृहद उद्योगो की ही तरह लघु उद्योगो ने अपना वर्चस्व बनाए रखा हैं। प्रस्तुत शोध पत्र का अध्ययन करने में द्वितीयक समंको का प्रयोग किया गया हैं।
डाॅ0 अंजली पाण्डेय, तारा त्रिवेदी. भारत के आर्थिक विकास में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों की भुमिका: मध्यप्रदेश राज्य के विशेष संदर्भ में. International Journal of Advanced Research and Development, Volume 4, Issue 2, 2019, Pages 89-91